तीन बीवियां: यहां एक पत्नी नहीं संभलती, मैं तीन कैसे संभालूंगा
- मास्टर जी स्कूल से घर लौटते समय नदी किनारे बैठ गए और अपने वेतन का हिसाब लगाने लगे। उन्होंने अभी लिखना शुरू ही किया था कि अचानक पेन नदी में जा गिरा। मास्टर जी परेशान हो गए कि आज ही नया पेन खरीदा था, अब दस रुपए का नुकसान हो गया। तभी नदी से एक परी निकली और उसने मास्टर जी की उदासी का कारण पूछा। कारण जानकर परी नदी के अंदर गई और एक चांदी का पेन लेकर निकली। मास्टर जी ने कहा, ‘मैं गरीब मास्टर हूं। मेरे पास इतना महंगा पेन कैसे आएगा।’ परी नदी में गई और सोने का पेन ले आई। मास्टर जी ने फिर इनकार कर दिया। अब परी मास्टर जी का पेन लेकर आई। मास्टर जी खुशी-खुशी बोले, ‘हां यही मेरा पेन है।’ परी मास्टर जी की ईमानदारी से खुश हुई और तीनों पेन दे दिए।
घर जाकर मास्टर जी ने पत्नी को सोने-चांदी के पेन दिखाए तो उसे भरोसा नहीं हुआ कि कोई परी ऐसे पेन दे सकती है। साबित करने के लिए पत्नी को लेकर मास्टर जी फिर नदी किनारे गए। वहां पूरी घटना सुनते समय मास्टर जी की पत्नी नदी में गिर गई। फिर परी प्रकट हुए और मास्टर जी से उदासी का कारण पूछा। मास्टर जी ने जब बताया कि उनकी पत्नी गिर गई तो परी नदी से सबसे पहले सनी लियोनी को निकालकर ले आई। मास्टर जी उसे देखते ही बोले, ‘हां यही मेरी पत्नी है!’ परी नाराज हो गई, ‘दुष्ट मास्टर अब कहां गई तेरी ईमानदारी?’ मास्टर जी ने जवाब दिया, ‘अभी आप सनी लियोनी लाई हैं। मैं मना करूंगा तो आप प्रियंका चोपड़ा ले आएंगी। फिर मना करूंगा तो आप मेरी पत्नी ले आएंगी और फिर खुश होकर तीनों मुझे दे देंगी। यहां एक पत्नी नहीं संभलती, मैं तीन कैसे संभालूंगा! सो सोचा, सनी से ही काम चला लूंगा और इस ठंड में आप भी डुबकियां लगा-लगाकर थक गई होंगी। जाइए आराम कीजिए!’