एक दिन उसके दोस्त ने उसे गंभीरता से पूछ ही लिया, "अरे यार, क्या बात है क्या तुम एक अच्छी लड़की की तलाश में हो या सारी जिन्दगी ऐसे ही रहना है? क्या अभी तक तुमने अपनी पसंद की कोई लड़की नही देखी?"
आदमी: नही मैं कई अच्छी लड़कियों से मिला, मैंने उन्हें अपने घर वालों से भी मिलवाया पर मेरी माँ को वो बिल्कुल भी पसंद नही आयी, तभी आज तक मैं बस लड़कियां ही ढूंढ रहा हूँ।
उसके दोस्त ने कहा तुम एक काम क्यों नही करते कि अपनी माँ की पसंद की कोई लड़की ढूंढ लो?
फिर दोनों दोस्त कई दिनों के बाद मिले उसके दोस्त ने पूछा, "क्या तुम्हें कोई लड़की मिली जिसे तुम्हारी माँ ने भी पसंद किया?"
आदमी: हाँ यार मैंने एक लड़की को पसंद किया जो मेरी माँ को भी पसंद है, वो बिल्कुल मेरी माँ जैसी है, मेरी माँ उसे बहुत प्यार करती है और उन दोनों की आपस में खूब पटती है।
दोस्त: तो फिर तो तुमने अभी तक इस लड़की से सगाई कर ली होगी।
आदमी: अरे नही यार, कहाँ कर ली सगाई।
दोस्त: क्यों क्या हुआ?
आदमी: वो लड़की मेरे बाप को पसंद नहीं है। क्योंकि वो मेरी माँ जैसी है।