एक आदमी सड़क पर बेहोश हो गया। उसके इर्द-गिर्द भीड़ जमा हो गई, हर कोई उसे होश में लाने के लिए सलाहें देने लगा। भीड़ में से एक बुढ़िया बोली, "बेचारे को थोड़ी ब्रांडी दे दो।"
कोई बोला, "इसके मुंह पर पानी के छींटे मारो।"
"इसे ब्रांडी दो।" बुढिया फिर बोली।
"इसे पंखा करो।" कोई बोला।
"इसे ब्रांडी दो।" बुढिया बोली।
"इसे अस्पताल ले जाओ।" किसी ने कहा।
"इसे ब्रांडी दो।" बुढिया फिर बोली।
तभी बेहोश पड़ा आदमी उठकर बैठ गया और जोर से चिल्लाया, "आप सब लोग अपनी बकवास बंद कीजिये और उस बेचारी बुढिया की भी कोई सुन लो।"
कोई बोला, "इसके मुंह पर पानी के छींटे मारो।"
"इसे ब्रांडी दो।" बुढिया फिर बोली।
"इसे पंखा करो।" कोई बोला।
"इसे ब्रांडी दो।" बुढिया बोली।
"इसे अस्पताल ले जाओ।" किसी ने कहा।
"इसे ब्रांडी दो।" बुढिया फिर बोली।
तभी बेहोश पड़ा आदमी उठकर बैठ गया और जोर से चिल्लाया, "आप सब लोग अपनी बकवास बंद कीजिये और उस बेचारी बुढिया की भी कोई सुन लो।"